भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रारम्भ

Indian Art & Culture

(भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रारम्भ)

भारतीय कला एवं संस्कृति की शुरुआत सिन्धु घाटी सभ्यता से पहले से ही मानी जाती है। परन्तु सिन्धु घाटी सभ्यता से पहले की कला के प्रमाण उपलब्ध नहीं है। जबकि सिन्धु घाटी सभ्यता की वास्तुकला एवं मूर्तिकला के पर्याप्त नमूने एवं प्रमाण उपलब्ध है।

‘वास्तु कला’ को आर्किटेक्चर कहते है। आर्किटेक्चेर शब्द लैटिन शब्द ‘टैक्टन’ से व्युत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ निर्माता  (बिल्‍डर) होता है। जब से आदिकालीन मनुष्यों ने अपने लिए आश्रय का निर्माण करना प्रारंभ किया वहीं से वास्तुकला विज्ञान का प्रादुर्भाव हुआ माना जाता है।

भारतीय कला और वास्तुकला में प्राचीन सिन्धु/हड़प्पा घाटी सभ्यता से लेकर ब्रिटिश शासन तक, भवनों और मूर्तियों की अपनी स्वयं की एक अलग ही कहानी है। भारतीय वास्तुकला एवं मूर्तिकला में देशी शासकों तथा विदेशी आक्रमकारियों की विभिन्न संस्कृतियों और शैलियों का संगम है।

भारतीय वास्तुकला का वर्गीकरण –

प्राचीन भारत →

1. सिन्धु घाटी कला या हड़प्पा कला

2. मौर्यकालीन कला

3. मौर्योत्तर कला

4. गुप्तकालीन कला

5. दक्षिण भारतीय कला

मध्य कालीन भारत →

1. दिल्ली सल्तनत

2. मुगल काल

आधुनिक भारत →

1. इंडो गॉथिक शैली

2. नव-रोमन शैली

One thought on “भारतीय कला एवं संस्कृति का प्रारम्भ”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *