Daily Current Affairs 5 May, 2019 in Hindi
डेली करेंट अफेयर्स 5 मई, 2019
1. महान फुटबॉलर चावी हर्नान्देज़ ने की सन्यास की घोषणा
- विश्व फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में से एक चावी (जावी) हर्नान्देज़ ने सन्यास की घोषणा कर दी है, चावी इस सीजन के अंत तक फुटबॉल से सन्यास ले लेंगे।
- स्पेन के चावी हर्नान्देज़ वर्तमान में क़तर के अल-साद फुटबॉल क्लब के लिए खेलते हैं। चावी मौजूदा सीजन के बाद फुटबॉल से सन्यास ले लेंगे।
चावी हर्नान्देज़
- चावी हर्नान्देज़ एक स्पेनिश फुटबॉलर हैं, उनका जन्म स्पेन के तेरासा में 25 जनवरी, 1980 को हुआ था। चावी एक मिडफील्डर हैं, उन्होंने 17 वर्षों तक बार्सिलोना के लिए खेला।
- राष्ट्रीय स्तर पर स्पेन के लिए उन्होंने 133 मैच खेले। जावी ने 1998 से 2015 के बीच बार्सिलोना के लिए 505 मैच खेले, इन मैचों में उन्होंने 58 गोल किये। 2015 से लेकर अब तक चावी क़तर के फुटबॉल क्लब अल साद से जुड़े हुए हैं, इस क्लब के लिए चावी 21 गोल कर चुके हैं।
- चावी को फुटबॉल के महानतम मिडफील्डरों में से एक माना जाता है। बार्सिलोना के साथ चावी हर्नान्देज़ ने 8 ला लीगा खिताब, तीन कोपा डेल रे, चार UEFA चैंपियंस लीग खिताब तथा दो फीफा क्लब वर्ल्ड कप खिताब जीते।
- चावी हर्नान्देज़ 2008 तथा 2012 में यूरो चैंपियनशिप जीतने वाली स्पेनिश टीम का हिस्सा थे।
स्मरणीय तथ्य :-
प्रश्न – हाल ही में विश्वi फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में से किस खिलाड़ी ने सन्यास की घोषणा की है?
उत्तर — चावी (जावी) हर्नान्देज़
2. इसरो मई के अंत में लांच करेगा राडार इमेजिंग सैटेलाइट “RISAT 2BR1”
भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) ने मई, 2019 के अंत तक राडार इमेजिंग सैटेलाइट “RISAT 2BR1” को लांच करने की घोषणा की है। पहले इस सैटेलाइट को 2020 में RISAT-2A के बाद लांच करने की योजना थी।
मुख्य बिंदु
- इस उपग्रह को PSLV-C46 द्वारा लांच किया जाएगा, यह PSLV राकेट का रीयूज़ेबल संस्करण है।
- इस उपग्रह को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र से लांच किया जाएगा।
RISAT श्रृंखला
20 अप्रैल, 2009 को RISAT-2 को कक्षा में स्थापित किया गया था। इसके बाद RISAT-1 को 26 अप्रैल, 2012 को लांच किया गया था, इसे पांच वर्ष के लिए प्रक्षेपित किया गया था। इसे PSLV-C19 द्वारा 536 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया था।
महत्व
- RISAT उपग्रह पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह हैं, यह सभी प्रकार के मौसम में अपना कार्य कर सकते हैं। यह उपग्रह निगरानी के लिए सिंथेटिक अपर्चर राडार (SAR) का उपयोग करते हैं।
- यह उपग्रह दिन और रात में काम कर सकते हैं, इसके द्वारा ख़राब मौसम में भी निगरानी की जा सकती है। सीमा पर घुसपैठ पर नज़र बनाये रखने के लिए यह उपग्रह सेना के लिए काफी उपयोगी है।
स्मरणीय तथ्य :-
प्रश्न – भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) ने मई, 2019 के अंत तक किस सैटेलाइट को लांच करने की घोषणा की है?
उत्तर — राडार इमेजिंग सैटेलाइट “RISAT 2BR1”
3. पीड़िता के रिश्तेदार भी कर सकते हैं दहेज़ प्रताड़ना की शिकायत : सर्वोच्च न्यायालय
- सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि दहेज़ प्रताड़ना से पीड़ित किसी महिला की रिश्तेदार भी इसकी शिकायत दर्ज करवा सकता है।
- यह निर्णय जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस के.एम. जोसफ की बेंच ने दिया है। भारतीय दंड संहिता का सेक्शन 498A वैवाहिक प्रताड़ना से संबधित है।
दहेज प्रताड़ना से सम्बंधित अन्य निर्णय
- इससे पहले सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया था कि यदि किसी विवाहिता ने भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 498 के तहत किसी स्थान पर आश्रय लिया है, तो वह उसी स्थान से अपने पति तथा ससुराल वालों के विरुद्ध मामला दायर कर सकती है।
- दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) के सेक्शन 177 के अनुसार आपराधिक मामले केवल उसी क्षेत्र में दायर किये जा सकते हैं, जहाँ पर वह अपराध हुआ है। परन्तु अब सर्वोच्च न्यायालय ने दहेज़ के मामलों में इस सेक्शन में ढील दी है।
- यह निर्णय उन पीड़ित महिलाओं के लिए बहुत बड़ी राहत है जो दहेज़ प्रताड़ना के कारण अपने अभिभावकों के घर अथवा आश्रयस्थल में रह रही हैं।
पृष्ठभूमि
- उत्तर प्रदेश की रुपाली देवी ने दहेज़ प्रताड़ना के मामले में अपने अभिभावकों के घर न्यायालय में अपील दायर की थी, परन्तु इलाहबाद उच्च न्यायालय ने उस शिकायत को खारिज कर दिया था।
- उच्च न्यायालय ने कहा था कि भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 498A की छानबीन घटनास्थल के बाहर नहीं की जा सकती। बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया कि दहेज़ पीड़िता घटनास्थल के बाहर दूसरे स्थान से भी मामले दायर कर सकती है।
स्मरणीय तथ्य :-
— दहेज निषेध अधिनियम, 1961 के अनुसार दहेज लेने, देने या इसके लेन-देन में सहयोग करने पर 5 वर्ष की कैद और 15,000 रुपए के जुर्माने का प्रावधान है। दहेज के लिए उत्पीड़न करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 498-ए जो कि पति और उसके रिश्तेदारों द्वारा सम्पत्ति अथवा कीमती वस्तुओं के लिए अवैधानिक मांग के मामले से संबंधित है।
4. भारत सरकार ने IIT दिल्ली के साथ मिलकर वेस्ट टू वेल्थ टेक्नोलॉजी के लिए सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए MoU पर हस्ताक्षर किये
- भारत सरकार ने IIT दिल्ली के साथ मिलकर वेस्ट टू वेल्थ टेक्नोलॉजी के लिए सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए MoU पर हस्ताक्षर किये।
- इसका उद्देश्य वैज्ञानिक व तकनीकी समाधानों के द्वारा कचरा प्रबंधन के लिए वेस्ट टू वेल्थ रूपांतरण को बढ़ावा देना है। वेस्ट टू वेल्थ मिशन प्रोजेक्ट को हाल ही में गठित प्रधानमंत्री की विज्ञान तकनीक तथा नवोन्मेष सलाहकार परिषद् (PM-STIAC) ने मंज़ूरी दी थी।
- प्रधानमंत्री विज्ञान तकनीक तथा नवोन्मेष सलाहकार परिषद् (PM-STIAC)
- यह संस्था देश में वैज्ञानिक व तकनीकी समाधान के मूल्यांकन व क्रियान्वयन के लिए कार्य करती है।
- इस संस्था ने प्रमुख वैज्ञानिक चुनौतियों के लिए नौ राष्ट्रीय मिशन को चिन्हित किया है।
- इन नौ मिशनों के द्वारा जटिल समस्याओं का समाधान किया जाएगा तथा धारित विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा।
- “वेस्ट टू वेल्थ” भी इन्ही नौ मिशनों में से एक है।
स्मरणीय तथ्य :-
— IIT दिल्ली एक सार्वजनिक इंजीनियरिंग संस्थान है, यह दिल्ली के हौज़ ख़ास में स्थित है। इसकी स्थापना 1961 में की गयी ही। वर्तमान में इसका क्षेत्रफल 320 एकड़ है। वर्तमान (2019) में इसके चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला हैं।
5. यूनाइटेड किंगडम जलवायु आपातकाल लागू करने वाला विश्व का पहला देश बना
- यूनाइटेड किंगडम हाल ही में विश्व की पहली विधानपालिका बन गयी है, जिसने राष्ट्रीय पर्यावरण तथा जलवायु आपातकाल प्रस्ताव को पारित किया है।
- हफ्ता भर पहले 16 वर्षीय स्वीडिश छात्रा ग्रेटा थनबर्ग ने ब्रिटिश कानूननिर्माताओं को पर्यावरण के लिए अधिक कार्य करने की मांग की थी। उनके अतिरिक्त पर्यावरण समूह “एक्सटिंक्शन रिबेलियन” द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था।
ग्रेटा थनबर्ग
- स्वीडन की 16 वर्षीय ग्रेटा थनबर्ग को 2019 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए मनोनीत किया गया है। ग्रेटा पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कार्य करती हैं। ग्रेटा स्कूल स्ट्राइक फॉर क्लाइमेट मूवमेंट की संस्थापक हैं।
- इस आन्दोलन की शुरुआत पिछले वर्ष हुई थी, जब ग्रेटा ने स्वीडिश संसद के बाहर अकेले विरोध प्रदर्शन किया था।
- उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर कार्य करने के लिए छात्रों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। यदि ग्रेटा इस पुरस्कार को जीत जाती हैं तो वे नोबेल शांति पुरस्कार की सबसे युवा विजेता बन जायेंगी।
- इससे पहले मलाला यूसुफ़जई ने 2014 में 17 वर्ष की आयु में नोबेल शांति पुरस्कार जीता था। नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता की घोषणा अक्टूबर, 2019 में की गयी थी।
- ग्रेटा थनबर्ग का जन्म 3 जनवरी, 2003 को स्वीडन में हुआ था। उन्होंने स्वीडन की संसद के समक्ष पेरिस समझौते के मुताबिक कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया था। इसके लिए उन्होंने स्कूल न जा कर संसद के बाहर प्रदर्शन किया।
- उन्होंने विश्व के अन्य देशों में छात्रों को प्रेइर्ट किया। दिसम्बर, 2018 तक विश्व के 270 शहरों में 20,000 में स्कूलों में हड़ताल की। ग्रेटा को स्टॉकहोल्म में टेड टॉक में संबोधन देने के लिए भी आमंत्रित किया जा चुका है।
स्मरणीय तथ्य :-
प्रश्न –हाल ही में जलवायु आपातकाल लागू करने वाला विश्व का पहला देश कौनसा है?
उत्तर — यूनाइटेड किंगडम
6. एम. जयश्री व्यास बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक बनीं
- प्रोफेशनल चार्टर्ड अकाउंटेंट एम. जयश्री व्यास को हाल ही में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है, वे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में स्वतंत्र निदेशक बनने वाली पहली महिला हैं।
- कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुसार एक विशेष श्रेणी की कंपनियों में कम से कम एक महिला निदेशक होनी चाहिए। सेबी ने अक्टूबर, 2014 से बोर्ड में कम से कम एक महिला निदेशक को नियुक्त किया जाना अनिवार्य किया है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
- बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है, इसकी स्थापना 1875 में की गयी थी। इसका कार्यालय मुंबई की दलाल स्ट्रीट में स्थित है।
- ब्रिटिश सरकार ने 1927 में BSE को अस्थायी स्वीकृति प्रदान की थी। भारत सरकार ने 31 अगस्त, 1957 को BSE को स्थायी स्वीकृति प्रदान की थी।
- वर्तमान में मार्केट कैपिटलाइजेशन के अनुसार BSE विश्व का 10वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.7 खरब डॉलर है। BSE में 5000 से अधिक कंपनियों लिस्टेड हैं।
स्मरणीय तथ्य :-
प्रश्न –हाल ही में किस महिला को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है?
उत्तर — एम. जयश्री व्यास को